शिक्षकों की कमी से जूझ रहे स्कूल, अतिथीयों ने भी नहीं दी आमद

 शिक्षकों की कमी से जूझ रहे स्कूल, अतिथीयों ने भी नहीं दी आमद
क्षेत्र के स्कूलों में कहीं पर एक तो कहीं एक भी नहीं बचे प्राथमिक शिक्षक

पिपरिया सहलावन   :- एक ओर शिक्षा विभाग द्वारा छात्रो को बेहतर शिक्षा देने का दावा किया रहा है,तो दूसरी तरफ बीते तीन  माहों के  दौरान  शिक्षकों के मनमाफिक स्थानान्तरण के पश्चात इनको पढ़ाने के लिए पर्याप्त शिक्षकों की कमी के कारण शिक्षा  ब्यवसथायें   लडख़ड़ाती चली जा  रही है। शिक्षकों की टांसफार्मर प्रक्रिया के बाद क्षेत्र के कुछ प्राथमिक  स्कूलों में एक तो कुछ में एक भी शिक्षक नहीं बचे हुए हैं,जिनकी कमी पूरी करने पहले बीते वर्ष में कार्यरत अतिथी शिक्षक,फिर अतिशेष और अब वर्तमान में नये अतिथि शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया चल रही है,पर हैरानी की बात यह की तिमाही परिक्षाओं के आयोजन तक हो जाने के पश्चात् अभी तक कुछ स्कूलों में माध्यमिक स्कूल के शिक्षकों के कंधे पर प्राथमिक शालाओं की भी जवाबदेही देकर काम चलाया जा रहा है। बता दें की क्षेत्र की प्राथमिक शाला डूंड़ी में बीते तीन माह से एक शिक्षिका के भरोसे पूरे स्कूल की बागडोर सौंपी गई है, जिनके द्वारा विभागीय मिंटींग या आकस्मिक अवकाश में जाने के दौरान यहां अध्यनरत 22 बच्चों को सम्हालने एक भी शिक्षक नहीं हैं,इस दौरान आसपास के दूसरे शिक्षक को उक्त शाला भेजकर काम चलाया जा रहा है, अन्यथा उस दिन के  लिए संबंधित शाला को बंद रखने के अलावा दूसरा कोई विकल्प नहीं बचता है ,इसी तरह से एकृकित माध्यमिक शाला भटगवां के भी हाल हैं,जो की बीते तीन माहों के दौरान यहां पदस्थ प्राथमिक शाला के दो शिक्षकों के स्थानान्तरण के पश्चात से भटगवां प्राथमिक शाला में दर्ज 44 छात्रों के  पाठन -पठन को लेकर एक भी प्राथमिक शिक्षक नहीं हैं,जो की माध्यमिक शाला में  पदस्थ शिक्षकों के भरोसे इनका भी किसी तरह से अध्यापन कार्य पूर्ण कराया जा रहा है,इसी तरह से एक शाला एक परिसर कहलाने वाले हाईस्कूल पिपरिया सहलावन के प्राथमिक शाला में दर्ज 167 छात्रों की कमान सम्हालने मात्र एक प्राथमिक शिक्षिका पदस्थ  हैं, यहां भी माध्यमिक और हाई स्कूल के शिक्षकों की देखरेख में कक्षा एक से पांच का संचालन कराया जा  रहा है, वहीं प्राथमिक शाला  तिघरा में भी तीन में  से एक शिक्षिका के ट्रांसफर के बाद से  लगभग चार माह से इनका पद रिक्त पड़ा हुआ है।                                   

स्कूल कर रहे शिक्षकों का इंतजार -अतिथीयों ने अभी तक नहीं दी आमद-बतां दें की इस प्रकार से शिक्षकों की कमी से जूझ रहे स्कूलों में शिक्षकों की पूर्ति करने बीते माह में अतिथी शिक्षक भर्ती निकाली गई थी, जिसमें से चयनकर्ताओं का चयन संबंधित स्कूलों में हुये आठ दिन बीत चुके हैं,पर अभी तक जहां -तहां के  माध्यमिक स्कूलों में ये अपनी ज्वाइनिंग देकर अध्यापन कार्य शुरू करा चुके हैं पर उपरोक्त प्राथमिक शालाओं में अतिथि शिक्षकों ने पहुंचकर अपनी ज्वाईनींग लेने का कार्य नहीं  है,और उनकी शाला में किस अतिथि शिक्षक का चयन हुआ है,वो उनके नहीं पहुंचने का कारण क्या है ,यह जानकारी संबंधित शाला प्रभारी तक के पास न होने से पेशोपेश की स्थिति बनी हुई है। अतः पालकों का कहना है की शिक्षा विभाग को इस ओर ध्यान देते हुए, शीघ्र ही स्कूलों में पर्याप्त शिक्षकों की ब्यवसथा की जानी चाहिए। 

       इनका कहना है -जिन स्कूलों में शिक्षकों की कमी है,उनकी पूर्ती करने को लेकर पहले राउंड में गत वर्ष कार्यरत अतिथी शिक्षको और अतिशेष शिक्षकों की नियुक्तिकर अध्यापन कार्य पूर्ण कराया जा रहा है, इसके बाद वर्तमान में नये अतिथि शिक्षक जिनकी चयन प्रक्रिया जीएफ एमएस पोर्टल के माध्यम से भोपाल स्तर से हुई है,वो अपने चयन विकल्प के आधार पर संबंधित शालाओं में पहुंचकर ज्वाईनिंग ले रहे हैं, इसके बाद थर्ड राउंड की चयन प्रक्रिया जारी होगी तब  सभी शालाओं में पर्याप्त शिक्षकों की नियुक्ति हो सकती है  संयुक्ता उईके-ब्लाक शिक्षा अधिकारी ढीमरखेड़ा।     

संवाददाता -मुकेश ब्यौहार पिपरिया सहलावन

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